
सोरायसिस के कारण

सोरायसिस के मुख्य रूप से 4 कारण होते हे
- आनुवांशिक कारण ( पीड़ी दर पीड़ी चला आने वाला सोरायसीस)
- स्व प्रतिरक्षा (immune) प्रणाली (system) का खराब होना
- बक्टीरियल संक्रामण
- सही आहार न लेना और तनाव
1) आनुवांशिक कारण ( पीड़ी दर पीड़ी चला आने वाला सोरायसीस)
कई परिवारों मे सोरायसीस पीड़ियो से चला आ रहा होता हे| माना जाता हे की अगर माता पीता को सोरायसीस हे तो, तो बच्चों में सोरायसिस होने की संभावना 10% तक बढ़ जाती है
2) स्व प्रतिरक्षा (immune) प्रणाली (system) का खराब होना
हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली हमें कई तरह की बीमारियों से बचाती है जैसे बैक्टीरिया से उत्पन्न होने वाली बीमारी या वायरस से उत्पन्न होने वाली बीमारी को हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली स्वयं ही खत्म कर देती है,पर अगर अगर यही प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर व दिमाग को गलत तरीके के संकेत भेजने लग जाए तो यह हमारे लिए हानिकारक हो सकता है और सोरायसिस का भी एक कारण बन सकता है|
जब हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे दिमाग एवं शरीर को गलत तरीके के संकेत भेजना चालू करती है तो हमारी चमड़ी असामान्य रूप से बढ़ने लगती है यह सोरायसिस का एक प्रकार है|
3) बक्टीरियल संक्रामण
स्टैफ़ीलोकोक्क्स स्टैफ़ीलोकोक्क्स (Staphylococcus) जो की ग्राम-धनात्मक बैक्टीरिया का एक वंश है, मुख्य रूप से सोरायसिस का कारण बन सकता हे|
4) बुरा खाने की आदत और तनाव
सही तरह का आहार न लेना एवं तनाव लेना सोरायसिस का एक मुख्य कारण बन सकता है अच्छे खाने की आदतें और अपने दिमाग को शांत रखना हमें सोरायसिस से बचा सकता है इसके लिए हम योगा व अन्य तनाव को दूर करने के उपाय अपना सकते हैं|
आयुर्वेद में सोरायसिस का स्पष्ट इलाज है इसमें सोरायसिस के सारे कारणों का पता लगाया पता लगाया जाता है और उसी हिसाब से इलाज किया जाता है पुनर्नव आयुर्वेदा सोरायसिस का एक अग्रणी क्लीनिक है जो भारत के राजस्थान राज्य के कोटा संभाग में स्थित है|
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